गुरुवार, 7 सितंबर 2023

सनातन की फजीहत- लेखक श्री कन्हैया लाल जंगीपुर ग़ाज़ीपुर उत्तरप्रदेश

सनातन की फजीहत

ऐ सनातन सुन लो मुझको,
सह लेना बस थोड़ी गाली,
मेरी राजनीति आधार यही,
गाली है दुश्मन बदहाली,
ऐ सनातन सुन लो मुझको,
सह लेना बस थोड़ी गाली।।

अंधे लंगड़े बने हैं पगले,
सीधी बातें सोच ना पाते,
जो कुछ कहते तुम उलटते,
मेरे बस से बाहर हो जाते,
गाली से ही वोट मिलेगा,
लार टपकती देख के थाली,
ऐ सनातन सुन लो मुझको,
सह लेना बस थोड़ी गाली।।

कार सेवक जब मरे अयोध्या,
उत्तर प्रदेश सरकार बनाए,
हिन्दू विरोध में वोट है इतना,
सत्ता का पथ दिखलाये,
सत्ता खातिर हिन्दू का दुश्मन,
सनातन गिराना अब है नाली,
इसी से सत्ता मिलेगी निश्चीत,
सह लेना बस थोड़ी गाली।।

चीन को भाई हम बतलाए,
इसी से चंदा आया करता,
चीन का चौकीदार खुद विरोधी,
वोट भगेगा मैं हूं डरता,
वोट बचाने की राह यही है,
विचार बनाया फर्जी जाली,
सत्ता खातिर हिन्दू विरोध है,
सह लेना बस थोड़ी गाली।।

Kanhaiya Lal
teacher Janata uchchatar madhyamik vidyalaya jangipur Ghazipur


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