प्रारूप 
नाम : श्री मनोज सिंह
जन्मतिथि :२९-सितंबर-१९६९
माता का नाम : श्री मती केशवती देवी
पिता का नाम : स्वर्गीय राम नारायण सिंह
जन्म स्थान : ग्राम पोस्ट युवराजपुर थाना सुहवल जिला ग़ाज़ीपुर उत्तर प्रदेश
शैक्षिक योग्यता : स्नातक
संप्रति (पेशा) : प्राइवेट जॉब ( मेडिकल )
विधाएं : कविता, भोजपुरी गीत 
साहित्यिक गतिविधियां : 
प्रकाशित कृतियां : कोई नही
पुरस्कार सम्मान : कोई नही
संपर्क सूत्र : 9415809682
विशेष परिचय :  विशेष परिचय में मुख्य रूप से गायन के तमाम विधाओं लोकगीत, भोजपुरी गीत, निर्गुण, देवीगीत, के साथ साथ साहित्य के प्रति झुकाव और कुछ ही रचनाओं का संग्रह 
रचना- १
अपनों से भरोसा अब उठने लगा है, 
क्या बताऊँ कि कैसा, अब लगने लगा है। 
सब हमारे हैं, कहते अघाते न थे, 
उनका हसना भी, काटों सा चुभने लगा है। 
किसको अपना कहूँ, और पराया किसे, 
ये समझना भी मुश्किल, अब लगने लगा है। 
हाले परेशां, सुनाऊ उन्हें, 
क्या वो समझेंगे, सोच मन सहमने लगा है।
रचना-२
जब ठान ली मंजिल पाने को
कदम रुके ना बढ़ने दो।
कोई रोके कोई टोकें,
कुछ कहता है तो कहने दो।।
कभी आपत्ति कभी विपत्ति,
कई अड़चनें आएंगी।
आएगी आंधी तूफान और,
कई मुश्किलें आएंगी।।
हो उत्साह सदा ही मन में, 
हीन भाव, ना भरने दो 
जब ठान...…
चाहे जिस भी पथ के पथिक बनो,
वो सत का ही पर्याय हो।
बस दीप जले खुशियों का हरदम,
ना कभी अन्याय हो।।
धीरज शौर्य बनाकर रखना 
कभी ने इसको मरने दो
जब ठान.........

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें