संघर्षों के इस धरा पर नारी ही बलिदानी निकली
वीरता,शौर्य पराक्रम की अद्भुत एक कहानी निकली।
मातृ शक्ति की स्नेह तुम्ही से,और सृजन का पालन हो तुम।
फिर भी दरिंद बेईमानों की हवस की एक कहानी निकली।
एक तरफ पूजा करते है और फिर अत्याचार तुम्हीं पर।
सीता को कलंकित करके, भगवान राम की कहानी लिखी।
इस देश को माता कहकर, नारी का सम्मान नही करते।
पाप पुण्य के इस चक्कर तुम्हीं बस तुम्हारा नाम है जपते।
हर कठिनाई सहन करके जीवन की तुमने हरियाली लिखी
स्वाभिमान और अपमान की जीती जागती कहानी लिखी।।
लव तिवारी
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें