तोहके चुनरी पैनाइब दूध भात हम खियाईब
तानी चल जईह सैया जी के गांव
बदरिया हो चल जईह सैया जी के गांव-२
देशे देश के जानेलु खबरिया
कौना नगर मोरा बसे ले सवारियां-२
कइके अकाज आपन घर भर बेलम के
अरज गरज मोरे कहिये बदरिया
तोहके चुनरी पैनाइब ..........
तानी चल जईह सैया..........
बदरिया हो चल जईह .........
उनका के मोर सखी याद परईयह
रोशन बलमुआँ के कसहू मनईह-२ हो...........
बिरह में तड़पत बानी दिन राती
अरे साफ साफ सजना कह समझईह
तोहके चुनरी पैनाइब ..........
तानी चल जईह सैया..........
बदरिया हो चल जईह .........
सपरे जहा तक जोर लगईह
हमरा करेजेउ के किरिया धरइह
करी नोहरा तोहसे आचरा पसार के
अरे केशरी लौउटीह त संगे लेले अइह
तोहके चुनरी पैनाइब ..........
तानी चल जईह सैया..........
बदरिया हो चल जईह .........
तोहके चुनरी पैनाइब दूध भात हम खियाईब
तानी चल जईह सैया जी के गांव
बदरिया हो चल जईह सैया जी के गांव-२
गायक कलाकार- श्री गोपाल राय
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें