शुक्रवार, 3 जून 2022

भरत चले चित्रकूट हो रामा राम को मनाने राम को मनाने लखन समुझाने सिया जी को वापस लाने हो रामा

भरत चले चित्रकूट हो रामा राम को मनाने
राम को मनाने लखन समुझाने
सिया जी को वापस लाने हो रामा
राम को मनाने.....…..
भरत चले चित्रकूट हो रामा.......

तन पुलकित अति सजल नयन भर 
सिर पर जस जटा जुट हो रामा 
राम को मनाने.....…..
भरत चले चित्रकूट हो रामा.......

छल बिल खट छन प्रेम मगन मन 
मन करे नीरज छुर हो रामा 
राम को मनाने.....…..
भरत चले चित्रकूट हो रामा.......

भरत चले चित्रकूट हो रामा राम को मनाने
राम को मनाने लखन समुझाने
सिया जी को वापस लाने हो रामा
राम को मनाने.....…..




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