बुधवार, 20 अप्रैल 2022

तोहरे करनवा छोड़ली बाबू जी के देश हमरा लाई के गवना सईया जन जा बिदेश

तोहरे करनवा छोड़ली बाबू जी के देश
हमरा लाई के गवना सईया जन जा बिदेश

कटले से कटे नाही बिरहा के रतिया
रही रही याद आवे तोहरे सूरतिया
काहे इतना देल सईया.........
काहे इतना देल पिया.........दिल मे कलेश
हमरा लाई के गवना सईया जन जा बिदेश

तोहरे करनवा छोड़ली बाबू जी के देश
हमरा लाई के गवना सईया जन जा बिदेश



कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें