बदन बा गरम आग पानी सेराइल
की जुलुम हो गइल बा नदी के नहाइल
बुझाता केहु के नजर बा, टे लागल
नहाते में ना जान कहा करधन हेराइल
राते सुसकेली धनिया पलानी में-२
करधनिया हेरागल पानी में -२
रहे पुरनकी असली चांनी
आ ऊपर से सोना के पानी २
छपरा से गढ़व्वले रहली २
एकर जोड़ा ना मिलिहे दुकानी में
करधनिया हेरागल पानी में.....
डाढ़ होगइल नदी के नहाइल
आ डाढ़ से करधन कहावा हेराइल -२
डाढ़ जे मंगिहे त कहावा से देहिब-२
रहले जीजाजी दिहले निसानी में
करधनिया हेराइल पानी में......
गइल जोहात कमर के नीचे
सड़ी खोल के लागली फ़ीचे
सब कुछ उलट पुलट के देखनी
खोजनी नदिया से अंगना दलानी में
करधनिया हेराइल पानी में........
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