हर कोई अच्छा नही लगता।
दिल अब बच्चा नही लगता।।
जो थे उनको हम रास नही आये।
अब कोई मुझे सच्चा नही लगता।।
आदत फिर से न बिगड़े अब मेरी।
वादों का कोई पक्का नही लगता।।
मेरी मानो तुम भी सुधर जाओ अब।
इस उम्र में ये सब अच्छा नही लगता।।
बात उसको अगर जो मालूम हो जाये।
मेरी जिंदगी का वो हिस्सा नही लगता।।
रचना- लव तिवारी
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