भारतवर्ष मुख्यतः गांवों का देश है. यहाँ की अधिकांश जनसँख्या गांवों में रहती है. आधे से अधिक लोगों का जीवन खेती पर निर्भर है, इसलिए इस बात की आप कल्पना भी नहीं कर सकतें कि गाँव के विकास के बिना देश का विकास किया जा सकता है। इस विकास का सबसे बड़ा रोड़ा है गांव का सरपंच जिस गांव का सरपंच अच्छा होता है उस गांव का विकास की रफ्तार धीमी नही होती , पांच वर्ष के कार्य काल मे राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार द्वारा लाखो और करोड़ो रूपये गांव के विकास के नाम पर आबंटित होते है लेकिन गांव वही विकास के लिए रोता रहता है। आखिर पैसा जाता कहा है।
पैसा ग्राम प्रधान एवं उनके सहयोगियों द्वारा जनपद के अधिकारियों के साथ मिल कर गबन कर लिया जाता है।
1 ग्राम प्रधान
2 ग्राम प्रधान के सहयोगियों जिसके समर्थन से वो प्रधान पद को जीता है।।
3 पंचायत सेग्रेटरी
4 क्षेत्राअधिकारी ( BDO)
और भी बड़े अधिकारी इस कार्य मे समलित होते है।
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