गाजीपुर तहसील जमानिया के रेवतीपुर गांव में स्थित माँ भगवती से शायद ही जनपद का कोई व्यक्ति अनजान हो।। ऐसा भी माना जाता है कि लोगों की मुरादें पूरी हो जाती हैं जो भी यहाँ सच्चे मन से जाते हैं।
वही गांव से कुछ दूर पूर्वी छोर पर माँ कमाख्या का मंदिर है जिसकी विशेष मान्यता है । मन्दिर करहिया ग्राम में स्थित है और उसी गांव के समीप एशिया का सबसे बड़ा गांव गहमर स्थित है जहाँ पर हर घर मे एक या एक अधिक फौजी जरूर है यानी कि हर घर से एक या एक से अधिक व्यक्ति भारतीय थल सेना में कार्यरत है। और उन जबाज जवानों की किसी भी लड़ाई में मौत नही हुई चाहे वो चीन के साथ का युद्ध हो या पाकिस्तान के साथ का इसी संदर्भ में रेवतीपुर ग्राम के इस भव्य देवी माता मंदिर भी है यहां भी मान्यता है कि ब्रिटिश हुकूमत में अकाल पड़ जाने के कारण लोगों को भूखे मरने की नौबत आ गयी थी परंतु इस दशा में भी तत्कालीन प्रशासन ने लोगों से लगान वसूलने का फरमान जारी कर दिया। इससे लोगों में हड़कंप मच गया था। तभी मां ने एक वृद्धा का रूप धारण करके पूरे गांव का लगान अंग्रेजों के पास ले जाकर चुकाया और लोगों को इस मुसीबत से छुटकारा दिलाई।
माँ भगवती इस महामारी से भी सम्पूर्ण सृष्टि की रक्षा करें।
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