बुधवार, 15 अप्रैल 2020

मारुत के पूत हनुमान हो शुभ आरती उतारी रचना- स्वर्गीय पंडित विजय शंकर त्रिपाठी

मारुत के पूत हनुमान हो शुभ आरती उतारी।
मारुत के पूत हनुमान हो शुभ आरती उतारी।।

शिव के सुवन माता अंजनी के नंन्दन
कृपा से तोहरे भव बंधन
रघुबर के दूत हनुमान हो- 2
मारुत के पूत हनुमान हो शुभ आरती उतारी-2

दरस के फल होला मंगलकारी
तोहरे पर रीझे ले अवध बिहारी
बल बुद्धि विद्या के खान हो- 2
मारुत के पूत हनुमान हो शुभ आरती उतारी-2

मथवा लगाई टीका रोरिया चनन के
अति प्रिय प्रभु श्री सियाराम लखन के
गुण गाये जिनकर भगवान हो-2
मारुत के पूत हनुमान हो शुभ आरती उतारी-2

बाजे ला नगाड़ा घरी घंट जय जय के-2
चरन शरन राखी गुन द विजय के-2
करत रहे जयगान हो
शुभ आरती उतारी
मारुत के पूत हनुमान हो शुभ आरती उतारी

लिंक- https://www.youtube.com/playlist?app=desktop&list=OLAK5uy_lGvILZJy889GsweJWzfElo6qZuHlIyUSo&fbclid=IwAR1R2u2dQq_oek3mkfUipxsXVbLeWGEwy01SVTXzMuZggquOUcsUpRpW_fY

ये रचना हमारे बड़ी माता श्री मति निर्मला तिवारी के फूफा स्वर्गीय श्री विजय शंकर त्रिपाठी जी द्वारा रचिय हनुमान बिनय बत्तीसी से लिया गया है। जिसे महान गायक श्री मनोज तिवारी के द्वारा गाया गया है और संगीत भोजपुरी महान संगीतकार स्वर्गीय श्री धनंजय मिश्रा द्वारा दी गयी है।
 







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