मंगलवार, 28 अप्रैल 2020

कोरोना वायरस की तरह चायनीज़ व्यजन भी कर रहा है स्वास्थ पर असर- लव तिवारी

आदिकाल में ऋषियों मुनियों एवं भारतवंशियों द्वारा कन्द मूल फल खाकर भोजन का निर्वहन करते थे। धीरे धीरे व्यवस्था में परिवर्तन हुआ और भोजन के कुछ औऱ उच्चतम व्यवस्था की गई जो जीव और शरीर दोनों के लाभप्रद थी। 




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