आज शोनभद्र में ड्यूटी के दौरान एक बेबस और लाचार पिता से मुलाकात हुई जो अपनी दो बेटियों के साथ साइकिल से 50 किलोमीटर अनपरा से बहुत परेशान हालत में रेनूकूट पहुंचा था रोकने पर उसके द्वारा बताया गया कि उसकी एक लड़की बीमार है कोरोनावायरस की मार के बाद रोजगार ना होने के कारण रेनूकूट से वापस अपने घर साइकिल से जा रहा तथा वह और उसकी बेटियां पैसे न होने के कारण पिछले 10 घंटे से भूखे हैं उनकी हालत देखकर सच में आंखों में आंसू आ गए हमारी चेकिंग अपनी पुलिस टीम द्वारा आपस में सहयोग राशि जमा कर तत्काल आर्थिक सहायता प्रदान की गई उक्त व्यक्ति को कोरोनावायरस के खतरे से अवगत कराते हुए सेनीटाइज किया गया तथा तुरंत घर जाने हेतु बताया बच्चियों को जब हमारे द्वारा खाने के लिए कुछ सुबह की बनी रोटिया दी गई तो उनके चेहरे पर खुशी वह आंखों में चमक देखने लायक थी सच बताऊं उनकी खुशी देखकर ड्यूटी की कई दिन की थकान दूर हो गई! मेरा इस फोटो को शेयर करने का उद्देश्य मात्र यह है कि देश की विषम परिस्थिति में यथासंभव सरकारी तंत्र के कर्मियों के सहयोग से आसपास के गरीब असहाय तथा जरूरतमंद लोगों को यथासंभव सहायता प्रदान करें! इस विषम परिस्थिति से निकलने में सभी भारतवासियों का सहयोग नितांत आवश्यक है---
लेख डी 0 एस0 यादव
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