सोमवार, 6 जनवरी 2020

गैर इस्लाम से इस्लामिक देश गाम्बिया - लव तिवारी

15Dec.2015 को धर्मनिरपेक्ष देश गाम्बिया बना 57वां इस्लामिक राष्ट्र
जब 1965 में ब्रिटेन से आजाद हुआ तब इस देश में 25% मुस्लिम,
55% ईसाई व 20% में बहावी बौद्ध और हिंदू,
2000 मुस्लिम 40%,
2010 मुस्लिम 65%
2014 मुस्लिम 90%
2015 इस्लामिक देश, 
इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ गाम्बिया!

राष्ट्रपति ने मुस्लिम जनसँख्या अधिक होते ही घोषित कर दिया इस्लामिक राष्ट्र..
सेकुलरिज्म तभी तक चला जबतक मुस्लिम अल्पसंख्यक थे,बहुसंख्यक होते ही लागू हुआ इस्लामिक शरिया कानून जो लोग मुसलमानों की इस मौलिक बात को नहीं समझेंगे वे हमेशा भटकते रहेंगे
मुसलमान केवल तब तक ही धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक होता है जब तक वो अल्पमत में होता हैं।ये दोनों सिद्धांत उनके लिए आस्था के बिंदु नहीं बल्कि एक हथियार हैं।वास्तव में लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता इस्लाम में हराम है।आप स्वयं पता करोगे तो पाओगे की दुनिया का कोई भी मुस्लिम देश लोकतांत्रिक या धर्मनिरपेक्ष नहीं है।वे इस्लामी गणतंत्र से ऊपर नहीं उठ सकते।जैसे ही मुसलमान बहुसंख्यक होते हैं,लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता उड़ जाते हैं।इसके विपरीत जब ये अल्पमत में होते हैं तो इनको सारे अधिकार चाहिए,परंतु जैसे ही बहुसंख्यक होते हैं कट्टर इस्लामिक बन जाते हैं, जो अल्पमत वालों को जीने का भी अधिकार नहीं देते।

सारी दुनिया और भारत में कहीं भी नज़र डालिए, मेरी बात समझ आ जायेगी। दुःख इस बात का है कि अधिकांश हिंदू अभी भी इस वास्तविकता पर आँखें मूंदे रहते है।

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