गांव गाय और गौशाला यह एक वास्तविक विषय बना था । जिस पर योगी सरकार ने कार्यवाही करते सही दिशा निर्देश दिए है। अधिकतर अपने गांव के आदरणीय जन से बातो में एक यही सबसे बड़ी खामियां लोग बताते थे आवारा पशुओं और उनके द्वारा खेतों के नुकसान जिससे किसानों का बुरा हाल होता था। योगी सरकार को गैर बीजपी सरकार ने बदनाम कर रखा था इसका कारण कत्ल खानों पर सरकार के पाबन्दी से आवारा पशुओं की संख्या में बढ़ोतरी । अभी हाल ही में उत्तर प्रदेश सरकार ने सभी जिलों के जिला अधिकारियो को सख्त निर्देश है कि सभी आवारा पशुओं को जिले के गौशाला में एकत्रित किया जाय तथा योगी ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति गोशाला में गायों को छुड़ाने आता है, तो उससे जुर्माना वसूला जाए. मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिया कि गायों को चारा, पानी और सुरक्षा भी मुहैय्या कराई जाए. उन्होंने कहा कि जन प्रतिनिधियों और व्यापारियों को भी इसमें योगदान करना चाहिए. इससे पहले मंगलवार को योगी सरकार ने सड़क में घूमती आवारा गायों के लिए गोशाला बनाने के लिए नए सेस का फैसला लिया. 'गौ कल्याण सेस' का उपयोग गोशाला बनाने और उसकी देखभाल करने के लिए किया जाएगा.
मेरे द्वारा माननीय मुख्यमंत्री को एक सुझाव है गांव के अधिकतर ग्राम सभा की जमीनों पर दबंगो का कब्जा हो रखा है। बढ़ती जनसंख्या और लूट खोस की वजह से गांव के दबंग लोग वो किसी भी जाति से सम्बंध रखते हो गांव के ग्राम सभा की जमीनों पर कब्जा जमा रखा है। इन जमीनों पर पर्याप्त मात्रा में घास होती थी जिससे गांव के आवारा पशुओं का भोजन का काम इन सभी जगहों से हो जाता था। अगर गरीब या निम्न समुदाय जिसको उस जमीन की जरूरत हो अगर वो उस जमीन पर गुजर बसर कर रहे होते है तो बात समझ मे आती है मैंने अपने जिले के कई ऐसे गांव देखे है जहाँ अवैध रुप से सरकारी एवं ग्राम सभा की जमीनों पर लोगो द्वारा कब्जा कर रखा है
प्रस्तुति-लव तिवारी
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