क्यो हिंदू और मुसलमान बना फिरता है ।
इंसान की आड़ में,हैवान बना फिरता है ।।
कुछ नहीं होगा इस जहाँ में मजहबी बनकर ।
शहर के गलियारों में, शैतान बना फिरता है ।।
राजनीति किसी की नही, जो तेरे साथ होगी ।
क्यों नेताओं का तू, फ़रमान बना फिरता है ।।
अब भी वक़्त है चलो, एक होकर मिलकर रहे ।
क्यों तू अपने कौम की भगवान बना फिरता है ।।
रचना- लव तिवारी
दिनांक- 15- सितंबर-2019
संपर्क सूत्र- +91-9458668566
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें