तुम्हारी खूबसूरती में अजब रंग है
कि तुम ही हो जहन में दिल तंग है
मोहब्बत की रंगत में देखिए ये हस्र भी
जिसे बेपनाह चाहो वही आज दंग है
खुदा की इबादत में भी ख्याल आता है तुम्हारा
दिल सोचे तुम्हें अब न कोई मरहम है
मौसम हुआ खुशनुमा की एक ख्याल सा आया
कि कोई तो हुआ खुश मुझे भले गम है
लव तिवारी
रचना- 27-06-2017
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