गुरुवार, 29 जून 2017

दर्द अब भी न सभले तो जख्म होगा लव तिवारी

दर्द अब भी न सभले तो जख़्म होगा
तुम्ही हो दवा अब न कोई मरहम होगा

ख्वाईशो की चाह भी रुकती है तुम्ही पर
कि खुदा जो भी करेगा मेरे हक में होगा 

बदलते मौसम की तरह तुम भी बदल गये
मैं बस देखता रह गया कोई तो हमदम होगा

ख्याल आता तुम्हरा अक्सर मुझे अकेले में
औऱ कुछ लिखू तुझपर तो एक ग़ज़ल होगा

रात में अब भी संवारता है तेरा जुनून मुझे
की जिंदगी में कुछ न कुछ तो मुक्कमल होगा

लव तिवारी- 29-06-2017


बुधवार, 28 जून 2017

तुम्हारी खूबसूरती में अजब रंग है कि तुम ही हो जहन में दिल तंग है- लव तिवारी

तुम्हारी खूबसूरती में अजब रंग है
कि तुम ही हो जहन में दिल तंग है

मोहब्बत की रंगत में देखिए ये हस्र भी
जिसे बेपनाह चाहो वही आज दंग है

खुदा की इबादत में भी ख्याल आता है तुम्हारा
दिल सोचे तुम्हें अब न कोई मरहम है

मौसम हुआ खुशनुमा की एक ख्याल सा आया
कि कोई तो हुआ खुश मुझे भले गम है

लव तिवारी
रचना- 27-06-2017


गुरुवार, 1 जून 2017

जिंदगी को एक बेहतर जिंदगी मिले- लव तिवारी

अब भी दो मोहब्बत की खुशी मिले
जिंदगी को एक बेहतर जिंदगी मिले

लोग कहते है मुझको तेरा चाहने वाला
क्या खता की बिन बात दर्द और ग़म मिले

बड़ी उम्मीद थी जिंदगी में नये ख्वाईश की
आज फिर से मिलो तो कोई खम  मिले

बात क्या है कि अब मिलते नही करीब से
कुछ तो कहो झूठ ही कि सच का दम निकलें

तरी अहमियत को अभी दिल को आश सी है
कि कभी मुहूर्त बदले और तुम हमसे मिले

रचना- लव तिवारी
01-06-2017
\