मेरी हर शाम तेरे गम में सुलग जाए
मेरी हर रात तेरी यादों में जल जाए..
दिल के हर राग में तेरा ही दर्द होता है
मेरी आवाज इन आंखों से पिघल जाए..
तू मुझे चाहे, न चाहे, मेरी ये चाहत है
जिसे भी तू चाहे वो तुझको मिल जाए..
मेरी हर दर्द जानकर तू मुझे छोड़ गया
तू सिखा दे कि कैसे तुझे दिल भूल जाए..
मेरी हर रात तेरी यादों में जल जाए..
दिल के हर राग में तेरा ही दर्द होता है
मेरी आवाज इन आंखों से पिघल जाए..
तू मुझे चाहे, न चाहे, मेरी ये चाहत है
जिसे भी तू चाहे वो तुझको मिल जाए..
मेरी हर दर्द जानकर तू मुझे छोड़ गया
तू सिखा दे कि कैसे तुझे दिल भूल जाए..
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