मुश्किल मे जब था तो किसी ने दामन थाम लिया
लड़खड़ा गये जब कदम तो किसी ने दामन थाम लिया ,
मुझे मालूम नही की वो अपना है या पराया
जिन्दगी की जब ढलने लगी शाम तो किसी ने दामन थाम लिया,
हम दिल लगा बैठे है अपने ही कातिल से
खुद पर जब रोना आया तो किसी ने दामन थाम लिया,
आज ना-हक पीजिए और कीजिए बाते पैमाने से
नशे मे जब झूम उठा बूटखाने मे शांकी ने दामन थाम लिया,
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