शनिवार, 16 अगस्त 2025

भारत का ये कैसा राम राज्य हे राम पुष्कर जी उपाध्याय

भारत का ये कैसा राम राज्य ? हे राम !

जहां सरकारी परीक्षा में हो रही धांधली का विरोध करने वाले छात्रों और 
शिक्षकों को सड़क पर पुलिस से पिटवाया जाता है …

जहां वोट चोरी तो होती है , लेकिन उस वोट चोरी के चोरों का मीडिया द्वारा बचाव करवाया जाता है , 

जहां बेज़ुबान जानवरों को ट्रकों में ठूँस के सड़कों से हटाया जाता है , 
जहां राम के नाम पर दूसरी क़ौमों को डराया जाता है ।

जहां सनातन का नाम डुबोकर आतंकवाद फैलाया जाता है , 
गांधी को गाली दी जाती है और गोडसे को महान बताया जाता है । 

अमीरों , बेईमानों की दलाली में , सत्य का  गला दबाया जाता है ,
और कर दे कोई सत्ता से सवाल , तो कैमरे के पीछे से उसे निपटाया जाता है ।

बेटियों को नंगा कर के घुमाया जाता है ,
सबूतों को मिटा कर के , राक्षसों को मंत्री बनाया जाता है ।

मैं पुनः कह रहा हूँ कि “हे राम” , 
यदि तुम्हारा राज्य ऐसा होता है , तो नहीं चाहिए मुझे राम राज्य….
लौटा दो मुझे वो पुराने भुखमरी के दिन , जहां गहमरी जैसे सांसद और नेहरू जैसे प्रधानमंत्री हुआ करते थे … 
जब संसद में बातें छिड़तीं थीं तो , पूरा सदन आंसुओं से भर जाता था ।

“हे राम” , लौटा दो मुझे वो ग़ुलामी वाले दिन जहां देश की आज़ादी के लिए हिंदू और मुसलमान एक हुआ करते थे …

“हे राम” लौटा दो मुझे “नागार्जुन” के दिन , जहां प्रधानमंत्री को आईना दिखाया जाता था ,

और लौटा दो मुझे वो गांधी के दिन  , जहां  विचारों से अलग होने पर भी सुभाष और ग़फ़्फ़ार ख़ान में परस्पर प्रेम बना रहता था ।

“हे राम” , ले जाओ अपना ये राज्य वापस , 
जहां सत्य का कोई स्थान नहीं , 
जहां इंसान का कोई ईमान नहीं ..
जहां , इंसान अब इंसान नहीं ।

लेकिन जाते जाते मेरे प्रश्न का उत्तर ज़रूर देते हुए जाना , 

भारत का ये कैसा राम राज्य ? हे राम !

- पुष्कर जी उपाध्याय ✍️





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