रविवार, 15 अक्तूबर 2023

युवा कवि श्री शशिकांत मिश्रा जी का संक्षिप्त परिचय एवं रचनाएं

: प्रारूप
नाम : शशिकांत मिश्र.
जन्मतिथि : 13-12-1992
माता का नाम : श्रीमती दमयंती मिश्रा
पिता का नाम :श्री रमाशंकर मिश्र
जन्म स्थान : ग्राम सिलाइच पोस्ट- बालापुर, तहसील मोहम्दाबाद जिला ग़ाज़ीपुर 233227
शैक्षिक योग्यता : प्रौद्योगिकी में स्नातक ( B. Tech)
संप्रति (पेशा) :नवीकरणीय ऊर्जा सीनियर इंजी.
विधाएं : गीत, ग़ज़ल
साहित्यिक गतिविधियां : छात्र जीवन में मंच पर सक्रियता, नौकरी पेशा में समय का अभाव पर समय मिलने पर लिखना औऱ किसी विशेष परिस्थिति में काव्यपाठ करना।

प्रकाशित कृतियां : कोई नही
पुरस्कार सम्मान : कोई नही
संपर्क सूत्र :+917860357869

रचना----/
घिसते घिसते कलम लिखना आ ही जाएगा
ठोकरें खा खाकर के चलना आ ही जाएगा,

वज़ूद काँटों का है मेरा मगर है यकीन मुझे
फूलों के साथ रहके महकना आ ही जाएगा,

पानी है मंजिल तो कांटो की परवाह न कर
सोना बनने को आंचमें तपना आ ही जाएगा,

पत्थर आखिर रास्ता कब तलक रोकेंगे मेरा
एक दिन पानी की तरह बहना आ ही जाएगा,

मुसाफिर बेचैन है बहुत नया रास्ता देखकर
अभी नया नया परिंदा है उड़ना आ ही जाएगा,

बर्फ बनके अश्क जमा होते रहेंगे पर इनको
आँख से पानी बनके निकलना आ ही जाएगा,

हवाएँ चाहती हैं,बुझा दे सब चरागों को मगर
आँधियों में भी दिए को जलना आ ही जाएगा,

कोई सहारा कहाँ मिलता है ज़रूरत पर ''मिश्रा ''
     देखकर आइना खुद संभलना आ ही जाएगा---शशिकांत मिश्रा




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