तू तो करनी का फल ही पाओगे-२
लाख चाहोगें छुपाना उनसे
उनकी नजरो से बच न पाओंगे
हां तू तो करनी का फल ही पाओगे
अपने हाथों से कुछ न दान किया
अपने ताकत ही अभिमान किया-२
ना रहेगा तेरा ये नामो निशां
इस तरह तुम मिटायें जाओगे
तू तो करनी का फल ही पाओगे-२
लाख चाहोगें छुपाना उनसे
उनकी नजरो से बच न पाओंगे
एक सुंदर चिता बनायेगा
और उस पर तुझे सुलायेगा-२
जिस तरह जलती हर बरस होली
उस तरह तुम जलाये जाओगे
तू तो करनी का फल ही पाओगे-२
लाख चाहोगें छुपाना उनसे
उनकी नजरो से बच न पाओंगे
तूने वादा किया था याद करो
तूने वादा जो किया था संसार के स्वामी से
कर दे ज़ुबान मीठी सुमिरन करु तुम्हारा
इकरार जो किया था संसार के स्वामी से
दुनिया के झन झट में हरगिज़ न मैं पडूंगा
स्वीकार जो किया था संसार के स्वामी से
तूने वादा किया था याद करो
कौल करके वहाँ से यहाँ से आये थे
जब वो पूछेंगे सारी बाते तो
उनके आगे क्या मुँह दिखाओगे
तू तो करनी का फल ही पाओगे-२
लाख चाहोगें छुपाना उनसे
उनकी नजरो से बच न पाओंगे
पा के नर तन कुछ ऐसा काम करो
सबका आशीष लो ऐसा नाम करो
तेरी करनी जो नेक होगी तो
सबकी आँखों को तुम रुलाओगे
तू तो करनी का फल ही पाओगे-२
लाख चाहोगें छुपाना उनसे
उनकी नजरो से बच न पाओंगे
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