धीरे-धीरे प्यार को बढ़ाना है
हद से गुज़र जाना है-4
ऐसी जिंदगी होगी हर तरफ खुशी होगी
इतना प्यार दूंगा तुझे ऐ मेरे सनम
अब ना कोई गम होगा ना ये प्यार कम होगा
साथी मेरे मुझको तेरे सर की है कसम
एक दूजे को आज़माना है
हद से गुज़र जाना है
धीरे-धीरे प्यार को बढ़ाना है
हद से गुज़र जाना है
मैं अकेला क्या करता
ऐसे ही आन्हे भारत
तेरे प्यार के लिए तड़पता उम्र भर
जाने क्या मैं कर जाती
यूं तड़प के मारा जाती
बिन तेरे भला कैसे कटा ये सफर
तेरे लिए मर के भी दिखाना है
हद से गुज़र जाना है
धीरे-धीरे प्यार को बढ़ाना है
हद से गुज़र जाना है
तेरा चाँद सा मुखड़ा
तू जिगर का है टुकड़ा
तू हमारे सपनों की झील का कंवल
जान से तू है प्यारा
आँखों का तू है तारा
बिन तेरे जियेंगे अब हम ना एक पल
सब कुछ तुझपे ही लुटाना है
हद से गुज़र जाना है
धीरे-धीरे प्यार को बढ़ाना है
हद से गुज़र जाना है-4
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