बुधवार, 21 सितंबर 2022

मस्कुलर डिस्ट्रॉफी पीड़ितों के विकलांग प्रमाण पत्र बंनाने में आवेदन की विधि एवं आवश्यक दस्तावेज का विवरण- लव तिवारी

मस्कुलर डिस्ट्रॉफी एक गंभीर समस्या है और अभी तक विश्व के धरातल पर इस बीमारी का कोई इलाज संभव नहीं होता है इस बीमारी से पीड़ित जनों को अनेकों प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है इसी संदर्भ में स्पष्ट रूप से दिव्यांग प्रमाण पत्र बनवाने की क्या विधि है आइए हम आपको बताते हैं और किन दस्तावेजों का जरूरत होता है इसके बारे में निम्न लिखित जानकारी है।


1- पासपोर्ट साइज फ़ोटो
2- सिग्नेचर या अंगूठा के निशान का फ़ोटो
3- आधार कार्ड  फ्रंट और बैक का साफ फ़ोटो
4- अगर पहले से विकलांग सर्टिफिकेट बना हो तो उसका फ़ोटो
5- शैक्षिक योग्यता का विवरण- हाइस्कूल इंटरमीडिएट स्नातक स्नाकोत्तर
6- ब्लड ग्रुप का विवरण- A, B, AB, O का विवरण
7- दो मोबाइल नंबर
8- एक ईमेल आई डी
9 - पूरा पता एवं माता पिता का नाम हिंदी और अंग्रेजी के साफ और सुंदर अक्षर में जैसे-

आवेदक का नाम- आयुष कुमार Ayush Kumar
पिता का नाम- सुशील राउत - Shushil Raut
माता का नाम- सीमा देवी- Sima Devi
ईमेल ईडी- sk25258558@gmail.com
ब्लड ग्रुप- अगर पता है तो दे नही तो जरूरी नही है लेकिन पता हो तो अवश्य दे।।
शैक्षिक योग्यता- अशिक्षित ( अभी बच्चा छोटे कक्षा में अध्ययनरत है)
पूरा पता-
ग्राम- घोघराहा Village- Ghoghraha
पोस्ट- सिंगरहिया Post- Singrahia
थाना- सिंगरहिया Thana-Singrahia
विकास खण्ड- बथनाहा Block- Bathnaha
तहसील- बथनाहा Sub Division-Bathnaha
जिला- सीतामढ़ी District- Sitamarhi
राज्य- बिहार State- Bihar
पिनकोड- ८४३३१७ Pincode- 843317

कृपया इस बात का हमेशा ध्यान रखे हैं कि मस्कुलर डिस्ट्रॉफी पीड़ित व्यक्ति को आवेदन करते समय उसका टाइप मस्कुलर डिस्ट्रॉफी ही होना चाहिए ना कि लोकोमोटर डिसेबिलिटी या कोई अन्य टाइप नही होना चाहिए। अगर मैं 100 लोगो को जानता हूं तो उसमें 50 लोगों लोगों के द्वारा मस्कुलर डिस्ट्रॉफी ना लिखने  की भयंकर गलती को पाता हूँ। जिसकी वजह से सरकार के पास हम पीड़ितों का एक्चुअल डाटा नहीं है जिससे सरकार यह सोचती है कि  मस्कुलर डिस्ट्रॉफी नाम के पीड़ितो की संख्या भारत में बहुत कम मात्रा में हैं।

इस बात का विशेष ध्यान दें कि आवेदन या विकलांग प्रमाण पत्र बनवाते समय आपका डिसएबिलिटी टाइप मस्कुलर डिस्ट्रॉफी  ही होना चाहिए।।

इन महत्वपूर्ण जानकारी एवं संसाधनों को एकत्रित करके आप स्वालंबन यूनीक डिसेबिलिटी आईडी गूगल पर सर्च करते हुए स्वालंबन की वेबसाइट पर जाकर अपना आवेदन करेंगे

वेबसाइट- https://www.swavlambancard.gov.in/



आवेदन प्रक्रिया पूरा करने के बाद आपको दो पीडीएफ डॉक्यूमेंट प्राप्त होगा एक पर्सन डिसएबिलिटी रेजिस्ट्रेशन और दूसरा पर्सन डिसएबिलिटी रिसिप्ट , पर्सन डिसेबिलिटी रजिस्ट्रेशन वाले डॉक्यूमेंट का प्रिंटआउट करके साथ में आधार कार्ड का फोटो कॉपी एवं अगर आपके द्वारा पहले हार्ड कॉपी द्वारा बनाया गया विकलांग सर्टिफिकेट है तो उसका फोटो कॉपी लेकर अपने जिले की सरकारी जिला चिकित्सालय में जहां पर दिव्यांग का प्रमाण पत्र बनाया जाता है वहां पर आप चले जाएंगे डॉक्टर के सामने कुछ निरीक्षण करने के बाद आपका दिव्यांग का प्रमाण पत्र बना दिया जाएगा रिसिप्ट के माध्यम से जो आपको 20 अंकों का रजिस्ट्रेशन नंबर मिला है और आपका डेट ऑफ बर्थ जो पासवर्ड है इसकी सहायता से अगले 60 दिन के बाद आप अपना यूडी आईडी कार्ड (विकलांग यूडी आईडी कार्ड) और विकलांग दिव्यांग का प्रमाण पत्र जाने की डिसेबिलिटी सर्टिफिकेट को फिर से वेबसाइट पर विजिट करके डाउनलोड कर सकते हैं

धन्यवाद लेखक खुद मस्कुलर डिस्ट्रॉफी पीड़ित है और इस बात से पूर्ण रूप से सहमत है कि अगर आपके पास विकलांग दिव्यांग प्रमाण पत्र दस्तावेज नहीं होगा तो आप आगे की लड़ाई नहीं लड़ सकते इसीलिए लेखक बार-बार आपको सूचित कर रहा है कि आप आपना विकलांग यानी दिव्यांग प्रमाण पत्र बनवा लें साथ मे भगवान से प्रार्थना  करता है इस भयानक बीमारी से हम सबकी रक्षा करें और जल्द से जल्द इसका इलाज धरती पर ढूंढे
जय श्री राम, जय माता दी, हर हर महादेव

लव तिवारी
गाजीपुर उत्तर प्रदेश
मोबाइल नंबर 9458668566

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