शनिवार, 17 सितंबर 2022

मस्कुलर डिस्ट्रॉफी विकलांग सर्टिफिकेट पूरी हकीकत को पढ़िए आपको क्या करना है समझ में आ जाएगा- लव तिवारी

अभी कुछ लोगों ने हमसे पूछा कि हमारा लड़का या मां पूर्ण रूप से विकलांग है तो हम विकलांग सर्टिफिकेट का आवेदन कैसे करें आप भारत स्वतंत्र भारत के देश में रहते हैं और उस भारत के संविधान में बहुत सी धाराएं हैं जो आप के स्वास्थ संबंधी और आपके जीवन के बेहतर बनाने के लिए लिखी गई है लेकिन भ्रष्ट नेताओं और राजनीतिक दलों की इस आधुनिक युग में आपको यह सब सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं आप को मैं यह सुझाव देता हूं अगर यह कारीगर रहा तो आप विकलांग सर्टिफिकेट का आवेदन आप आसानी से कर सकते हैं वह सुझाव यह है सबसे पहले तो आप अपने जिले के सरकारी अस्पताल में जाइए और जाकर जहाँ सर्टिफिकेट बनाता है उसे अपने पीड़ित बच्चे बृद्ध मां पिता का वीडियो दिखाइए उससे बताइये पूर्ण रूप से असमर्थ है सर वह आ नहीं सकते इसके बाद अगर वह नहीं मानते हैं तो आपको हार मानकर अपने बच्चे या वृद्ध माता जी जो असमर्थ है आपको ले जाना ही पड़ेगा एक छोटा सा उदाहरण में प्रस्तुत करता हूं गाजीपुर में एक गांव है गहमर जो एशिया का सबसे बड़ा गांव है वहां पर ओम प्रकाश शर्मा जी रहते हैं हैं वह सेना में कार्यरत हैं सेना के जवान हैं जो हम देशवाशियों की सीमा पर उपस्थित आतंकी गतिविधियों से सुरक्षा करते हैं उनका एक दिन फोन आया मेरे पास मेरा लड़का बड़ी भयानक बीमारी मस्कुलर डिस्ट्रॉफी से पीड़ित है मैंने उनकी लड़के का सारा डिटेल मंगा कर आवेदन ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किया।
आवेदन के बाद उनको गाजीपुर के डॉक्टर का नंबर दिया वह दो बार तीन बार बात की है कॅरोना काल की वजह से डॉक्टर भी बैठ नहीं पा रहे थे डॉक्टर उनको सही इंफॉर्मेशन दिया कि आज आप आइए आज मैं बैठ रहा हूं अपने बच्चे को फोर व्हीलर से लेकर आया साथ में तीन चार लड़कों को लेकर आए उनकी मदद कर सकती हैं हंड्रेड परसेंट सर्टिफिकेट परमानेंट उनका बन गया।
एक बार केवल एक बार आपको आना होता है आप ऐसे देश में नहीं रहते हैं कि आप चाहेंगे कि व्हाट्सएप के माध्यम और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से डॉक्टर आपकी बातें सुन लेगा आप गलत है तो एक प्रतिशत डॉक्टर होंगे जो इस तरह की कार्यो को अपनाकर आप का सर्टिफिकेट बनाएंगे। मेरी बात सुने शर्मा जी उनका सर्टिफिकेट बन गया उनके लड़के ऑल इंडिया पीड़ित लोगों में नाम दर्ज हो गया भविष्य में अगर कोई उपचार आता है कोई दवा आता है तो उस लड़के को आसानी से मिल जाएगा एक और घटना एक बार बच्चें का व्हीलचेयर टूट गया मैंने ग़ाज़ीपुर के समाज कल्याण विभाग में सविता सिंह जी के माध्यम से बात किया उसको उसके सर्टिफिकेट की वजह से तुरंत व्हील चेयर मिलगया। उसके लिए कुछ परेशानी करके आपको काम करना ही पड़ेगा, अगर नहीं करेंगे सरकार के भरोसे रहेंगे आगे की न्यायिक लड़ाई भी नही लड़ सकते हैं, न संवैधानिक लड़ाई लड़ सकते हैं आपके अपने बच्चे का कोई काम भी नही करा सकते हैं तो आप लोग से हाथ जोड़कर विनम्र निवेदन है कि आप लोग सर्टिफिकेट बनवा के अपने बच्चे के बेहतर जीवन जीने में अपना योगदान प्रस्तुत करें। आवदेन के समय आप के पीड़ित का टाइप मस्कुलर डिस्ट्रॉफी होगा न लोकोमोटर डिसेबिलिटी। जब आप जन सेवा केंद्र पर जाएं और रजिस्ट्रेशन कराएं तो पूर्ण रूप से इस बात का ध्यान रखिएगा कि आपका मस्कुलर डिस्ट्रॉफी टाइप में ही हो।।
एक बात और यह लड़का मुझे बहुत प्रभावित किया था एक बार मैं इस से मिलने गया था लड़का बड़ा खुश रहता है टीवी देखता है इंजॉय करता है जिंदगी का जिंदगी को अच्छे लजिएगा तो जिंदगी आपकी बहुत बेहतर होगी। प्यारे नन्हे दोस्त को बेहतर भविष्य की कामना भगवान इसको जल्द स्वस्थ करें हमारी कुल देवी कामाख्या मां का आशीर्वाद भी इस पर बना रहे।।

आप सभी मस्कुलर डिस्ट्रॉफी पीड़ितों से अनुरोध है कि ऐसे ही वीडियो बनाकर 9458668566 नंबर पर टेलीग्राम व व्हाट्सएप पर भेजे । जिससे आप की समस्या को इसी तरह पोस्ट करके हम सरकार से अपनी कुछ मांग को सुनिश्चित कर सके।।


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