शुक्रवार, 1 मई 2020

पांच सितारा होटल और बड़े सोसायटी के स्विमिंग पूल से भी खूबसूरत है अपने गांव का गंगा स्नान- लव तिवारी


गंगा मैया के तट पर बसा एक प्यारा सा गांव एक न्यारा सा गांव युवराजपुर ग़ाज़ीपुर उत्तर प्रदेश जैसा कि आप नीचे तस्वीरों से अवगत हो रहे है इस गांव की मिट्टी में गजब की खुश्बू और अहसास है। गर्मी के दिनों में गांव के नव युवको द्वारा गंगा स्नान का आनंद इस प्रकार लिया जाता है। जिसके सुखद आनन्द की तुलना किसी पंच सितारा होटल या किसी बड़े सोसाइटी में स्थित स्विमिंग पूल में भी नही हो सकती । आनंद की पूर्ण प्राप्ति गांव के बच्चों द्वारा अरार से लम्बी छलांग लगाकर गंगा मैया के अन्दर धारा में होता है।

गंगा मैया के धारा में बड़े जन अपने छोटे भाइयो को तैराकी के खूबसूरत कला को सिखाते है और घंटो तक तैरते है कभी कभी तो गांव के इन नव युवको द्वारा लगभग 1 किलो मीटर के पूरे नदी के धारा को पार कर उस पर स्थित खलिशपुर और बवाड़े जैसे गांव तक भी पहुच कर वहाँ के अरार पर स्थित ताजे फलों का आनन्द लेते हैं । यही है ग्रमीण जीवन के वास्तविक जीवन का आनंद, आप ऐसा सोचते होंगे कि ये बच्चो को इन क्रियाकलाप के अलावा और कोई काम नही होगा तो आप का इस तरह का सोचना गलत है। इसमें मुख्यतः सरकारी नौकरी के पद को भी सुशोभित करते है और पूर्ण रूप से अपने कार्यो का निर्वहन भी करते है।

योगा और ध्यान से क्रिया को भी बखूबी अंजाम दिया जाता है। गंगा मैया के रेत पर बच्चो द्वारा योग के कई पेतरो को बखूबी अंजाम दिया जाता है। जिसमे शीर्ष आसन, मयूर आसन, ध्यान, अनुलोम विलोम अन्य कई योग क्रियाओ द्वारा मन के साथ तन की भरपूर शुद्धि इन ग्रामीण नव युवको के द्वारा पूर्ण रूप से की जाती है।

भरपूर स्नान ध्यान के बाद जब बच्चो को भूख लगती है तो गंगा तट के किनारे लगे गर्मी के मौसमी फल जैसे ककड़ी खीरा तरबूज खरबूजे जैसे फलों के भरपूर आनंद लेते हुए बच्चों की टोली अपने घर को लौटती है। इस बहरीन और खूबसूरत जीवन का आनन्द केवल आप मेरे जैसे गंगातटीय बसे गांवो में ही ले सकते है।

लेखक- लव तिवारी
युवराजपुर ग़ाज़ीपुर 
उत्तर प्रदेश 232332







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