मुल्क में अब से न कोई घमासान हो
फिर से कोई हिन्दू और मुसलमान न हो
फिर से कोई हिन्दू और मुसलमान न हो
आदते जो बिगड़ी है, वरसो की हमारी
अब कोई मॉ बहन की सुनी मांग न हो
अब कोई मॉ बहन की सुनी मांग न हो
अब भी वक़्त हैं सुधर कर कुछ करो अच्छा सा,
धरती पर खौफ़ हैवानियत का अंजाम न हो
धरती पर खौफ़ हैवानियत का अंजाम न हो
मज़हबी बन कर कुछ न होगा हमें हासिल
देश को चैन मिले , इंसानियत हैवान न हो
देश को चैन मिले , इंसानियत हैवान न हो
एक जगह जहा मुकम्मल हो सबकी इबादत
हो एक मसीहा, अल्ला औऱ भगवान न हो
हो एक मसीहा, अल्ला औऱ भगवान न हो
स्वरचित- लव तिवारी
11-04-2018
11-04-2018
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