सोमवार, 28 नवंबर 2016

मुझे तुम क्यों याद आते हों - लव तिवारी

मुझे तुम क्यों याद आते हों 
अंधेरी रातो में कभी दिन के उजालो में 
मुझे तुम क्यों....... 

कभी कुछ सोचु तो तुम्हारा ख़्याल आये बस 
न सोचूँ तो दिल परेशान होये बहुत 
अब इस मसले का उपाय भी बताओ तुम 
मुझे तुम क्यों याद आते हो ये सवाल बताओ तुम 
मुझे तुम क्यों........ 

कभी कुछ लिखूं कविता और कहानी भी 
उसमे भी मौजूद है केवल तेरी रवानी ही 
मैं अक्सर ढूढ़ता हूं कुछ नये अल्फाजो को 
फिर अक्सर बन जाती है ग़ज़लें सुहानी भी 
मुझे तुम क्यों याद आते........ 

 मैं अक्सर सोचता हूं कि तुम बिन मेरा क्या होगा 
न होगी तुम तो फिर सुना मेरा जहाँ होगा 
यही सोच कभी घबरा कर परेशान होता हूँ 
तुम्हारी यादों के बगैर मैं समशान होता हूँ मुझे 
तुम क्यों याद आते हो......... 

प्रस्तुति- लव तिवारी





शुक्रवार, 25 नवंबर 2016

राजनितिक मे बेहतर बिकल्प नरेंद्र मोदी

"मोदी जी" हम आप से बहुत "शर्मिंदा" हैं क्योंकि आप की "भतीजी" यानि आपके छोटे भाई "प्रह्लाद मोदी" जी की बेटी का "41 वर्ष" की उम्र में "दिल की बीमारी" से निधन हो गया वो अपनी "जीविका" चलाने के लिए "कपडे सिलने" का काम करती थी

"मोदी जी" आप को "शर्म" आनी चाहिए कि आपने "अपने परिवार" और अपने भाइयों को अपनी "कैबिनेट" में या "राजनीति" में लाने का ज़रा भी "प्रयास नहीं किया" आप को इस बात के लिए भी "शर्म" आनी चाहिए कि आप के "भाई" साधारण नागरिक का जीवन जी रहे हैं और आप की "भतीजी गरीबी" में "मर गई"
"मोदी जी" आप को "शासन चलाने" की कला "मुलायम सिंह" से "सीखनी" चाहिए जहा "सैफई" के उसके परिवार के करीब "36 सदस्य" आज "उत्तर प्रदेश" में "ब्लाक प्रमुख" के पदों पर सुशोभित हैं वही "मुलायम सिंह" जिन्हें "दो वक़्त की रोटी" भी मुश्किल से नसीब होती थी आज "करोडपति" ही नहीं "अरबपति" हैं
"30 वर्ष" पहले "बहन मायावती" (BMW) का "पूरा परिवार" दिल्ली में "एक कमरे" में रहा करता था आज "मायावती के भाई" का "बंगला" सुन्दरता में "ताज महल" को भी "मात" दे रहा है

"देवगोडा" अपने "पोते" को "100 करोड़" की "बहु भाषाई फिल्म" में बतौर "सुपर हीरो" उतार रहे हैं "कर्नाटक" के "हासन जिले" में "आधी से ज्यादा" खेती की ज़मीन "देवगोडा परिवार" की है

"कर्नाटक" के मुख्यमंत्री "सिद्धारमैया" का "बेटा" जो "सरकारी अस्पताल" में "मुख्य चिकित्सक" है और "छोटा पुत्र" जिसका अभी हाल में "निधन" हुआ है, उसका "ब्रुसेल्स" में बड़ा कारोबार है और उसके बच्चे "जर्मनी" में "पढ़" रहे हैं
"सोनिया का दामाद" जो कि "मुरादाबाद" में "पुराने पीतल" के आइटम "बेचा" करता था, आज "पांच सितारा होटल" का "मालिक" है, उसका "शिमला" में एक "महल" है और "लक्ज़री कारों" का "मालिक" है जबकि "आप की माँ" आज भी "ऑटोरिक्शा" में चलती है और आप के "भाई ब्लू कालर जॉब" यानि मेंहनत "मजदूरी" कर रहे हैं और आप की एक "भतीजी" शिक्षामित्र है (आप उसे टीचर की नौकरी भी नहीं दिलवा पाए ) जो कि दूसरो के "कपडे सिलती" है तथा "ट्यूशन पढ़ा" कर अपनी "जीविका" चला रही है

"मोदी जी" देश बहुत "शर्मिंदा" है कि आप "प्रधानमंत्री" होते हुए भी अपने "भाइयों" को "MLA या MP" का "टिकट नहीं दिलवा पाए" आप "चाहते" तो अपनी "बहनों" को "राज्य सभा" में "MP" बनवा सकते थे और आप के "जीजा", "जिला स्तर" के "चुनाव लड़" कर "ब्लाक प्रमुख" तो बन ही सकते थे आप "सीखने" में बहुत "सुस्त" हैं "15 वर्ष" तक "गुजरात" में और "प्रधानमंत्री" का "आधा कार्यकाल", "दिल्ली" में बिताने के बाद भी आप "लालू, मुलायम, सोनिया गाँधी, बहन मायावती" से कुछ भी "नहीं सीखे" और अपनी "रसोई का खर्च" भी "खुद वहन" कर रहे हैं

उपरोक्त बातो से हमे "शर्मिंदा" तो होना पड़ा लेकिन उतना ही "गर्व" भी है कि हमने अपने जीवन का "पहला वोट" , "2014" में एक बहुत ही "ईमानदार और देशभक्त इंसान" को वोट दिया "हम सभी गर्व" करते है की हमे अपने जीवन में आप जैसे देशभक्त का मार्गदर्शन मिला सच में "ईमानदारी और कर्तब्यनिष्ठा" की "पराकाष्ठा" है




Source- whatsapp

एक खूबसूरत चेहरा जो बसा दिल में- लव तिवारी

चेहरे पर जो जुल्फ का लट है उसे न बिखरने देना
एक खूबसूरत चेहरा जो बसा दिल में उसे तुम सवरने देना

है हक़ीक़त कि तुमसे खूबसूरत नही कोई जहाँ में
गर है भर्म मेरा तो इस भर्म को भी पनफने देना

है उम्मीद तुमसे वफ़ा की अगर मुमकिन हो तो
वरना इस दिल की हसरत को कभी टूटने मत देना

अगर हो चराग तुम और तुझसे रोशन मेरी दुनिया है
बनके चराग़ ता उम्र जिंदगी को उजाले देना

प्रस्तुति- लव तिवारी




रविवार, 20 नवंबर 2016

विकास बस एक दिखावा समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश

#समाजवादी_पार्टी #अखिलेश_यादव #उत्तर_प्रदेश
#विकास_रैली #लखनऊ #उत्तर_प्रदेश_सरकार
समाजवादी पार्टी के उदघोष से ट्रेन आगे बढ़ी सुहेल देव एक्सप्रेस , कल सुबह अखिलेश यादव की बड़ी रैली जो लखनऊ में आयोजित होनी है पूरी ट्रेन यादव समुदाय से खचाखच भरी पड़ी हमने एक बगल के भैया से विचार बिमर्श के माध्यम से पूछ लिया कौन सी ऐसी बात है जो सरकार की आप को प्रभावित करती है अखिलेश भैया आप को क्यों अच्छे लगते है बोले विकास और शिक्षा का स्तर बहुत उच्चकोटि का एवं व्यवस्थित किया है समाजवादी पार्टी एवं अखिलेश सरकार ने , हमने कहा की 80 से 90 % अंक नक़ल के माध्यम से पाना शिक्षा के अस्तर में कौन सा सुधार है और विकास का कौन सा नया प्रारूप आप ने देखा है आप हमें अवगत कराये
मऊ से ग़ाज़ीपुर ( 40 km )आने में 2 से 3 घंटे का समय लगना, वही नॉएडा से आगरा 2 घंटे में 168 km
इसी तरह की स्थिति ताड़ीघाट बारा रोड को भी जो दो राज्य विहार एवं उत्तर प्रदेश को जोड़ती है
शिक्षा को और उत्कृष्ट एवं उपयोगी बनाने के लिए अखिलेश सरकार द्वारा लैपटॉप का वितरण , सही बात लैपटॉप की जरुरत MTech और BTech के बच्चों से ज़्यादा हाईस्कूल एवं इण्टरमीडिएट के बच्चों को है क्यों कि फ़िल्म देखना गेम खेलना यही वास्तविक उपयोग है लैपटॉप का, ऐसे कई मुद्दे है जिस पर और भी गहराई से विचार किया जा सकता है
#रोजगार
#अपराध
#विकास- सड़को की स्थिती पहले से काफी निराश जनक एवं अव्यवस्थित है
#शिक्षा
देश से जातिवाद को नहीं कम किया जा सकता , अखिलेश यादव के बुद्धि और प्रतिभा को नकारा नहीं जा सकता देश का विकास किसी एक व्यक्ति  का कार्य नहीं है समाजवादी पार्टी में सूंदर छवि एवं व्यक्तितित्व का परिचय उनके इस निर्णय से कौमी एकता दल के विलय के विरोधाभास से प्रकट होती है और विकास के मुद्दे को भी उन्होंने बख़ूबी अंजाम दिया है , लेकिन फिर वही बात आ जाती है कि केवल अखिलेश ही नहीं है जो समाजवादी पार्टी के स्तम्भ है इस पार्टी की नीव कई स्तंभों पर टिकी है,



हजाम और हज़ामत- लव तिवारी

#हजाम और #हज़ामत शब्दों के अर्थ, हजाम का मतलब नाई और हज़ामत का अर्थ है बाल की कटिंग से है, हमारे यहाँ हज़ामत की शुरुवात भी #दैविक एवं #धर्मो के परम्परा अनुसार होती है, यह तस्वीर नब्वे के दशक की है जब हमारे मुंडन #संस्कार का प्रयोजन #हिन्दू #रीति#रिवाज़ के अनुसार हमारे पैतृक गांव #युवराजपुर #ग़ाज़ीपुर में वर्षो पहले प्रयोजित किया गया था, शुरुवात पहले गंगा मैया के दर्शन के बाद गांव के देवी देवता के #पूजन के बाद हमारे यहाँ के प्रसिद्ध देवी स्थल #कमाख्या धाम के तरफ बाल के मुंडन प्रकिया के आखिरी चरण को अंजाम दिया जाता है, सर के बाल रूपी मुख का रूपांतरण टकले गंजे स्कल के रूप में हो जाती है


मेरे हरकतों का पता भी इस तस्वीर से भली भाति पता चलता है कि सामने बैठे #मुक्तेश्वरबाबा नाई को #चिड़ाने से लेकर और भी कई शरारती कार्यो को भी मैंने उस दौर में बख़ूबी अंजाम दिया था

मन की पीड़ा जो समझे वही सच्चा मीत है- लव तिवारी

#मन की पीड़ा जो समझे वही #सच्चा #मीत है
#दिल को जो अच्छा लगे वही #अच्छा #प्रीत है
#दुनिया की भूल #भुलैया में धोखा हैे और #जालीपन
एक तरफ #बाशिंदे है और दूसरी तरफ है #सूनापन
कोई #मुझसे ये पूछे #तुमको क्या और #क्यों चाहिए
या ख़ुदा #महबूब से मिला दे और उसके साथ का खालीपन
स्वरचित- #लव_तिवारी

कोई तुमसा नहीं अब ये यकीन हो गया मुझे- लव तिवारी

कोई #तुमसा नहीं अब ये #यकीन हो गया मुझे
जब से तुम मिले #मौसम #हसींन हो गया तबसे
कभी रातों में #तसब्बुर बन के #सुकून देते हो
कभी #हँस कर #ज़माने की #रंजिश को तोड़ देते हो
#मुझे तुम भी #याद आते हो ख्यालो में #जबबो में
कभी #अंधेरी #रातो में कभी #दिन के #उजालो में
स्वरचित- #लव_तिवारी


भाजपा सरकार ने दिए गाजीपुर शहर को कई विकास की सौगात- लव तिवारी

देश की पृष्टभूमि पर एक छोटा एवं गुमनाम शहर ग़ाज़ीपुर भारत की गौरवमयी गरिमा एवं सैनिको के बलिदानो की करुणामयी गाथाओ से जहा इस शहर का एक देश की पृष्टभूमि पर अलग अस्तित्व है , वही शहर के गद्दार नेताओ ने इसके शोहरत एवं गरिमा को दागनुमा करार दिया है, स्वतन्त्रता से पहले जहा देश की आर्थिक एवं संस्कृति विरासत को अनोखा प्रारूप दिए इस जनपद की अनोखी दास्ताँ थी वही राजनीती के दुर्भाग्य स्थिति से आज ये भारत देश के नक्शे पर अपने को धूमिल रूप में प्रदर्शित किये हुए है


2014 के केंद्र में बीजेपी सरकार से इसके स्थिति में सुधार के साथ विकास की एक उम्मीद को रफ़्तार मिली है , कल 14 नवम्बर 2016 को देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र_मोदी द्वारा कई योजनाओ का शिलान्यास के माध्यम के द्वारा कई विशेष सौगात इस शहर को मिलने की उम्मीद है वर्ना अंग्रेजो के दौर का यह आर्थिक शहर जहा तीन हवाई अड्डे, गुलाब जल , ओपियम फैक्टरी ,एवं कृषि संसाधनों से उपयुक्त इस शहर की बहुत दुर्गम स्थिति थी



शुक्रवार, 18 नवंबर 2016

कहा हो तुम एक अजनबी की तरह- लव तिवारी

कहा हो तुम एक अजनबी की तरह
कि जिंदगी भी नहीं जिंदगी की तरह

है उम्मीद मोहब्बत और वफ़ा की तुमसे
कि तुम मिले मुझसे हर ख़ुशी की तरह

एक खुशनुमा अहसास है तुमसे
तुम हो जो मेरी शायरी की तरह

कुछ लिखते है आओ अब हम तुम पर
कि मुस्कुराओ तुम एक ग़ज़ल की तरह

बात तुमसे करू तो लोग क्या समझे
समझ ले तो कहे दिल्लगी की तरह

कई अफ़साने है तुझसे मेरे हसररत की
कि जो पुरे हो जाए फिर मुक़म्मल की तरह

प्रस्तुति- लव तिवारी