सरे राह कुछ भी कहा नहीं, कभी उसके घर में गया नहीं.. लव तिवारी दिनाक-१४-०९-२०१२
सरे राह कुछ भी कहा नहीं, कभी उसके घर में गया नहीं..
मैं जनम-जनम से उसी का हूँ, उसे आज तक ये पता नहीं.
.
ये ख़ुदा की देन अज़ीब है, कि इसी का नाम नसीब है..
जिसे तूने चाहा वो मिल गया, जिसे मैंने चाहा वो मिला नहीं..
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें